इंडिया न्यूज, चेन्नई
भारतीय तटरक्षक बल के पोत विग्रह के कमीशनिंग इवेंट में हिस्सा लेने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस पोत की कमीशनिंग हमारी तटीय रक्षा क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार के साथ रक्षा क्षेत्र में हमारी लगातार बढ़ती आत्मनिर्भरता को दर्शाती है। 98 मीटर लंबा ये पोत आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (विजाग) में स्थित होगा। इस पोत का संचालन 11 अधिकारियों और 110 नाविकों की कंपनी द्वारा किया जाएगा। विग्रह के भारतीय तटरक्षक बल में शामिल होने के बाद भारत के पास 157 पोत और 66 विमान हो जाएंगे। बता दें कि भारतीय तटरक्षक बल के पोत विग्रह का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो शिप बिल्डिंग लिमिटेड ने किया है। इस खास मौके पर पहुंचे रक्षा मंत्री ने कहा कि सुरक्षा क्षमताओं में वृद्धि का ही परिणाम है कि साल 2008 में हुए आतंकी हमले के बाद से समुद्री मार्ग से कोई भी आतंकी वारदात नहीं हो सकी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल को मिलने वाला नया पोत विग्रह एडवांस्ड राडार से लैस है। बता दें कि ये जहाज 100 मीटर लंबा है और नेविगेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी में नवीनतम तकनीक से लैस है। इस पोत को भविष्य में आने वाली जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किया गया है। इस पोत के तैयार होने के साथ हम कह सकते हैं कि भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा चुका है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं जहाज की तकनीक के बारे में ज्यादा तो नहीं बताऊंगा लेकिन हां मैं इतना कह सकता हूं कि इसके डिजाइन से लेकर डेवलपमेंट तक, यह जहाज पूरी तरह से स्वदेशी है। उन्होंने बताया कि हमारी भारतीय तटरक्षक बल ने 5 से 7 छोटी नाव से अपनी शुरूआत की थी लेकिन अब उसके पास 150 से अधिक जहाज और 65 से अधिक विमान हैं।
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